” एक नहीं दो नहीं करो बीसों समझौते पर स्वतंत्र भारत का मस्तक नहीं झुकेगा”
अटल स्मृति सम्मेलन एवं पुष्पांजलि कार्यक्रम का हुआ आयोजन

प्रयागराज
भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी के जन्म दिवस पर आयोजित अटल स्मृति जन्म शताब्दी समारोह के अवसर पर गुरुवार को सिविल लाइन स्थित भाजपा कार्यालय पर अटल स्मृति सम्मेलन एवं पुष्पांजलि तथा काव्य पाठ कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में उपस्थित वक्ताओं ने अटल जी के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर प्रकाश डाला तो उपस्थित रचनाकारों ने अपनी रचनाओं के माध्यम से अटल जी को याद किया। कार्यक्रम में बतौर मुख्य वक्ता भाजपा प्रयागराज महानगर प्रवासी यमुनापार के निवर्तमान जिलाध्यक्ष विनोद प्रजापति ने कहा कि जनसेवा और राष्ट्रसेवा को समर्पित अटल जी का जीवन देशवासियों को हमेशा प्रेरित करता रहेगा। वे सर्वप्रिय नेता थे। भारतीय जनता पार्टी के संस्थापक आदर्शों को आकार देने वाले प्रमुख शिल्पी थे अटल जी। पूर्व कैबिनेट मंत्री डॉ नरेंद्र कुमार सिंह गौर ने कहा कि उन्हें अटल जी के साथ लंबे समय तक काम करने का अवसर मिला। अटल जी जैसा व्यक्तित्व राजनीति में कभी कभी ही अवतरित होते हैं। वे किसी का अहित नहीं चाहते थे। वे पहले ऐसे नेता थे जिन्होंने संयुक्त राष्ट्र संघ में हिंदी में भाषण दिया। भाजपा प्रयागराज महानगर अध्यक्ष संजय गुप्ता ने कहा कि अटल जी विराट व्यक्तित्व के धनी थे। उनके अंदर कार्यकर्ताओं के लिए हमेशा सम्मान रहा। एक प्रखर वक्ता के साथ-साथ ओजस्वी कवि के रूप में भी सदैव स्मरणीय रहेंगे। अटल जी राजनीति के अजात शत्रु थे। अटल जी का विराट व्यक्तित्व और कृतित्व देश वासियों को सदैव एक नई प्रेरणा प्रदान करता रहेगा।
महापौर गणेश केसरवानी ने कहा कि अटल जी आदर्शों के सच्चे प्रहरी थे अटल जी। उनका मानना था कि व्यक्ति अपने पद से नहीं अपने व्यवहार से पहचाना जाता है। उन्होंने अपना संपूर्ण जीवन सुशासन और राष्ट्र निर्माण को समर्पित कर दिया। उन्होंने कार्यकर्ताओं की फ़ौज तैयार की। बरगद रूपी भाजपा को सींचने का काम किया
वहीं कार्यक्रम के दौरान काव्य पाठ करते हुए रचनाकार अमित जौनपुरी ने अटल जी की पंक्तियों से अपने काव्य पाठ की शुरुआत करते हुए सुनाया ” एक नहीं दो नहीं करो बीसों समझौते पर स्वतंत्र भारत का मस्तक नहीं झुकेगा” उसके बाद उन्होंने सुनाया कि “जिसको छूने की क़ुब्बत भी न थी पिछली सरकारों में भर दिया खौफ इस योगी ने जाने कितने गद्दारों में” विवेक मिश्रा ने “ये भारत देश है ऐसा कीचड़ में कमल के जैसा तब का भारत अबका भारत बहुत बदल गया हमारा भारत” रचना के माध्यम से सशक्त होते भारत की तस्वीर रखी। युवा रचनाकार अंगद पटेल ने सुनाया कि” इस तरह शहीदों का बलिदान लिख दिया सिंदूर से आंचल पे हिंदुस्तान लिख दिया” कार्यक्रम का संचालन एवं काव्य रचनाओं के माध्यम से अटल जी को नमन करते हुए कवियत्री आभा मधुर ने कहा कि “शून्य से खड़ा हूं, सदैव अटल ही रहूंगा” मैं जी भर जिया, मैं मन से मरूँ, लौटकर आऊँगा, कूच से क्यों डरूँ?” आभार ज्ञापन महानगर महामंत्री रवि केसरवानी ने दिया। इससे पहले डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी, पंडित दीनदयाल उपाध्याय व अटल जी के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें नमन किया गया। महानगर के सभी 15 मंडलों के समस्त 1216 बूथों पर अटल जी के चित्र पर पुष्पांजलि कार्यक्रम आयोजित किया गया।
प्रदर्शनी का आयोजन
अटल जी के जन्मदिवस पर सिविल लाइन स्थित भाजपा कार्यालय पर अटल जी के जीवन व राजनीतिक यात्रा से संबंधित प्रदर्शनी भी लगाई गई। प्रदर्शनी में अटल जी के जीवन के महत्वपूर्ण संस्मरणों को उकेरा गया।
इस अवसर पर मुरारी लाल अग्रवाल, रणजीत सिंह, कुंज बिहारी मिश्रा, रमेश पासी, शशि वार्ष्णेय, देवेश सिंह, प्रमोद मोदी, राघवेंद्र कुशवाहा, रामलोचन साहू, विजय श्रीवास्तव, डॉ शैलेष पांडेय, पार्षद दीपिका सिंह, मनोज कुशवाहा, पवन श्रीवास्तव, राम जी शुक्ला, विश्वास श्रीवास्तव, विजय पटेल, दीप द्विवेदी आदि बड़ी संख्या में कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
