एक नई शुरुआत…
केंद्रीय अस्पताल प्रयागराज में आर्थोस्कोपिक सर्जरी प्रारंभ
घुटने में चोट के कारण लिगामेंट टूटने (anterior cruciate ligament tear) से पीडित 25 साल के एक युवा खिलाड़ी की आज केंद्रीय अस्पताल में एसीएल रीकनस्ट्रक्शन सर्जरी हुई।
वरिष्ठ आर्थोपेडिक सर्जन डॉ. एस.एस. नायक ने पेरोनियल ग्राफ्ट का उपयोग करके उनका ऑपरेशन किया, इस प्रकार उन्होंने घुटने के लिगामेंट को पुनर्स्थापित किया।
ज्ञात हो कि, आर्थ्रोस्कोपिक सर्जरी एक विशेष तकनीक है जिसमें ऑपरेशन साइट को काटने और खोलने के बजाय एक आर्थ्रोस्कोप का उपयोग किया जाता है और दूरबीन विधि से चोटिल स्थान तक पहुंचा जाता है। सर्जरी में न तो कोई कट और न ही कोई घाव होता है।
एंटीरियर क्रूसिएट लिगामेंट (एसीएल) घुटने के लिगामेंट में से एक है जो अचानक मुड़ने के दौरान घायल हो जाता है। यह चोट खिलाड़ियों खासकर फुटबॉल खिलाड़ियों और बैडमिंटन खिलाड़ियों में आम है।
यह एक विशेष सर्जरी है। अभी तक मरीजों को रेफर किया जाता था। अब इसे इन-हाउस किया जाएगा जो रेलवे के लिए किफायती होने के साथ-साथ मरीजों के लिए सुविधाजनक भी होगा।