जिला मानसिक टीम ने पीर बाबा की मजार पर चलाया जागरूकता कार्यक्रम
नोडल अधिकारी एनसीडी सेल डॉ राजेश सिंह के नेतृत्व में जिला मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम, प्रयागराज की टीम द्वारा पीर बाबा मजार, हिम्मतगंज, प्रयागराज में *दुआ से दवा तक* शिविर का आयोजन किया गयाl
नैदानिक मनोवैज्ञानिक डॉ. ईशान्या राज द्वारा बाबा की मजार में आए सभी शरणार्थियों को मानसिक स्वास्थ्य की अहमियत के बारे में बताते हुए विभिन्न मानसिक रोग और उनके मनोवैज्ञानिक इलाज के बारे में जानकारी दी गईl तथा दुआओं के साथ दवा के रोल को समझाने के लिए अभीप्रेरित किया गयाl
मनोचिकित्सक, डॉक्टर राकेश कुमार पासवान ने सरकार की तरफ से चल रही सुविधाओं के बारे में जानकारी दी एवं मानसिक रोगों के उपयुक्त इलाज के बारे में जागरूकता प्रदान कीl
काउंसलर अंकित द्विवेदी द्वारा सभी शरणार्थियों को पंपलेट बांटा गया और इलाज की विशेषता बताई गईl
शिविर के आयोजन में मौलाना काजी फैजान उल्ला एवं मौलाना शकील द्वारा भरपूर सहयोग प्रदान किया गयाl
(केस 1)
17 वर्षीय लड़की कौशांबी से आई है और करीब 15 दिनों से बाबा के मजार में शरणार्थी बनी हैl माता पिता के अनुसार स्कूल में परीक्षा के दौरान बेहोश हो गई और उसके बाद अजीब अजीब हरकत करने लगेl तत्पश्चात माता-पिता उसे 15 दिनों से मजार पर ला करके रखे हैं और अभी उसकी हालत में सुधार हैl उन्हें मनोवैज्ञानिक विश्लेषण में बताया गया कि बाबा की दुआओं के साथ दवाइयों की भी अहमियत समझें और दवा और दुआ दोनों के साथ मरीज जल्दी ठीक हो सकते हैं lयह डिसोसिएशन नामक परेशानी का लक्षण है जो दवाइयों से जल्दी ठीक हो सकता हैl
(केस 2)
25 वर्षीय युवक काफी समय से नशा करता था l पिछले कुछ दिनों से उसके व्यवहार में आक्रामकता बहुत ज्यादा आ गई सारा सामान तोड़फोड़ करता है, घरवालों की बहुत पिटाई करता है, अजीब अजीब आवाजें निकालता हैl वह भी कई दिनों से परेशान है और मजार पर शरणार्थी हैlउनके माता-पिता को मनोवैज्ञानिक विश्लेषण में बताया गया कि यह ˈसब्स्टन्स् इंड्यूस्ड साइकोसिस के लक्षण हो सकते हैं जिसमें दुआओं के साथ दवाइयों की अहमियत भी काफी हैl