पूरे अकीदत और , अदब के साथ कुरैश नगर दरियाबाद की उठी मेहंदी
प्रयागराज मोहर्रम उल हराम, 9वी तारीख को ,कुरेश नगर दरियाबाद से ऐतिहासिक मेहंदी उठाई गई इस मेहंदी को कई महीने से तैयार किया जा रहा है इसमें सोने चांदी मोती और नागों का काम है मेहंदी की जियारत करने के लिए अकीदत मन दूरदराज से दरियाबाद आए थे रात 9: 35 पर मेहंदी उठाई गई या अली या हुसैन की सदाएं गूंज रही थी हर तरफ या अली या हुसैन नारे बुलंद किए जा रहे थे रात भर लंगर चलता रहा शगुन ग्रुप की तरफ से बालूशाही एतमाम किया गया था मेहंदी मोहम्मद महबूब डाबर शदारत मैं उठाई गई जोगीघाट से पंचायती अखाड़ा इमामबाड़े से मासूम अली असगर का झूला उठकर कुरेश नगर आता है मेहंदी और झूले को मिलाया जाता है इस मंजर को देखने के लिए मजमा घंटों इंतजार करता है मोहम्मद महबूब डाबर दुलारे खा फसहत् हुसैन पार्षद कासिम भाई नवाब कुरैशी मोहम्मद राहीद अंसारी अफताब अहमद मोहम्मद मन्ना मोनू मुजम्मिल चांद बाबा मोहम्मद लईक जमा, अहमद मोहम्मद अकरम मेहंदी में शामिल हुए शगुन